ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाएं कपड़े सिलकर पहनती व शहरों में बुटीक पर महिलाऐ कपड़े सिलाकर कर पहनती है लेकिन क्या आपने कभी न्यूज़ पेपर की ड्रेस बना कर पहनते हुए कभी सुना होगा जिसका जबाब आपके पास ना में ही मिलेगा । लेकिन उधम सिंह नगर में एक ऐसी महिला है जो आजकल पेपर क्वीन के नाम से खूब वायरल हो रहीं हैं। इन्हें पेपर क्वीन इसलिए कहा गया है क्यों कि ये न्यूज़ पेपर से अपनी ड्रेस तैयार कर पहनती हैं। इनके इस निराले शोक ने इन्हें पेपर क्वीन का दर्जा दे दिया है जो आजकल खूब चर्चाओं में हैं। इनके इस अनोखे अंदाज की खूब चर्चाएं हो रहीं हैं।
आपको बता दें कि उधम सिंह नगर बाजपुर के एक छोटे से गांव भोना इस्लाम नगर की रहने वाली रूबी नामक महिला ने ऐसा शोक पाला कि वह चर्चा का विषय बन गयीं। अचानक जैसे छोटे बच्चे अख़बार की कतरन के कपड़े बना बना कर खेलते हैं और अपने खिलोनो को पहनाते हैं लेकिन इस इन महिला ने न्यूज़ पेपर से ड्रेस डिजाइन का हुनर खोज लिया है। न्यूज़ पेपर से बनी ड्रेस पहन कर ये महिला पेपर क्वीन के नाम से चर्चित हो गयी और सोशल मीडिया पर इनका वीडियो खूब वायरल हो गया है।भौना इस्लाम नगर निवासी राजीव कुमार की 29 वर्षीय पत्नी रूबी ने जून माह में न्यूज पेपर कटिंग से फ्रॉक, गाउन, साड़ी, सलवार इत्यादि 53 ड्रेस बनाई हैं। रूबी को लोग अब पेपर क्वीन के नाम जानने लगे हैं।
रूबी ने बताया कि बचपन में वह खिलौने गुड़िया और गुड्डे को लिए अखबर की ड्रेस तैयार करती थीं अब उन्होंने इसे अपनी कामयाबी वाला रास्ता के रूप में चुना है। और अब तक वह दर्जनों न्यूज़ पेपर वाली ड्रेस बना चुकी हैं और कई जगह पब्लिक में फैशन शो भी किया है। घर में ग्रहणी होते हुए बच्चों को सँभालने के साथ साथ इस अपने ड्रीम प्लान को अंजाम देती हैं। उन्हें ऐसा करने पर लोगो का काफ़ी सपोर्ट भी मिल रहा है और उन्हें एक अलग पहचान मिली है जो आज उन्हें पेपर क्वीन के नाम से जानते हैं। जहाँ भी वह जाती हैं तब उन्हें वायरल पेपर क्वीन के नाम से पहचान लेते है अब उनका सपना है की वह इसमें कामयाबी हांसिल करें।
वही न्यूज़ पेपर क्वीन रूबी के पति ने कहा कि हमे अपनी पत्नी पर बहुत गर्व है क्योंकि मेरी पत्नी ने सभी महिलाओं को एक प्रेरणा दी की न्यूज़ पेपर से भी कपड़े बनाकर पहने जा सकते है । मेरी पत्नी न्यूजपेपर को इकट्ठा करके उसकी ड्रेस स्वयं ही बनाती है । हम न्यूज़पेपर की बनी ड्रेस से लोगों को दिखाने के लिए मेले में भी जाते हैं और ड्रेस का प्रदर्शन करते हैं हम किस मेले में किसानों को न्यूज़पेपर से बनी ड्रेस पर पेपर की ही फल व सब्जीयां चिपका कर किसानों को भी संदेश दिया है । उन्होंने कहा कि लोग हमारे बारे में क्या सोचते है हस्ते या मजाक उड़ाते है उससे हमे कोई फर्क नही पड़ता । लोगो का बहुत ही अच्छा स्पोर्ट मिल रहा है और साथ ही में मीडिया का भी ।
पड़ोस में रहने वाले रामकिशन ने बताया कि रूबी का वीडियो वायरल होने पर कई लोग वास्तविक रूप में अखबारी पोशाकों को देखने आते हैं और इन्हें ये अलग पहचान मिली है। इनकी पहचान के साथ साथ में उनके क्षेत्र का नाम भी रोशन हो रहा है जोकि बहुत अच्छी बात है।
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