November 10, 2024

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सच की हद तक

वरुण गांधी पीलीभीत से निर्दलीय चुनाव लड़े तो क्या बीजेपी का बिगड़ेगा खेल ?

शाहिद अंसारी संवाददाता (9811333450)
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बहेड़ी। पीलीभीत सांसद वरुण गांधी को लेकर प्रदेश की राजनीति में लगातार चर्चा बनी हुई है कि वरुण गांधी 2024 लोकसभा चुनाव में क्या भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार होंगे? इस सवाल को उठाए जाने का सबसे बड़ा कारण उनका बदला हुआ राजनीतिक अंदाज है, बीते काफी अरसे से उन्होंने अपनी रणनीति में बदलाव किया है। दरअसल, वरुण गांधी ने पिछले काफी अरसे से लगातार भारतीय जनता पार्टी की नीतियों और प्रदेश एवं केंद्र सरकार को निशाने पर रख रखा है। वरुण की इस राजनीति के करण लोकसभा चुनाव में उनकी उम्मीदवारी पर सवाल उठने लगे हैं। भले ही भाजपा में उनको लेकर कोई खुलकर चर्चा न कर रहा हो, लेकिन दबी जुबान से कई नेता टिकट की दौड़ में इस बार उनके पिछड़ने की बात करते दिखाई दे जाते हैं। ऐसे में वरुण गांधी ने भी पीलीभीत में खुद को बीजेपी सांसद की जगह पीलीभीत सांसद के तौर पर स्थापित करने में सक्रियता बढाकर बीजेपी की मुश्किलें बढ़ाना शुरू कर दी हैं। जहां एक तरफ वरुण गांधी खुद को बीजेपी की जगह पीलीभीत सांसद के तौर पर अपने लोकसभा क्षेत्र में आमजन की पसंद बनते जा रहे है वही उनकी राजनीतिक बदलाव के कारण वोटरों पर भी मजबूत पकड़ दिखाई दे रही है। उनकी बदली रणनीति से यह बड़ा सवाल भी उठ रहा है कि क्या वरुण गांधी पीलीभीत में भाजपा के लिए परेशानी का कारण बन सकते हैं?

वरुण गांधी सरकार पर लगातार हमलावर हैं।

वरुण गांधी ने केंद्र और प्रदेश की सरकार पर पिछले दिनों में कई मौकों पर जोरदार हमला बोला है। कभी अल्पसंख्यकों को लेकर विवादित बयान देने वाले वरुण गांधी अल्पसंख्यकों के मुद्दो पर सरकार को घेर कर अपने रुख में बदलाव करते दिखाई दे रहे हैं तो कभी किसानों के मुद्दो पर सरकार को चेतावनी देते दिखे हैं। वरुण अपने बदले रुख से देश की वर्तमान राजनीति को कटघरे में खड़ा करते दिखाई दे रहे हैं। किसान का आंदोलन हो या छोटे व्यापारियों और अल्पसंख्यकों का मुद्दा इसके लिए वे भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराते दिखाई दिए हैं। इसके जरिए क्षेत्र में अपनी इमेज को अलग रूप देने में वे जुट गए हैं। पीलीभीत से चुनावी मैदान में उतरने का लगातार दावा कर रहे वरुण गांधी के बदले रुख की वजह से उनके साथ युवाओं की बड़ी फौज जुड़ने लगी है जो आगामी चुनाव में एक एहम किरदार निभाएगी। वरुण गांधी से जुड़ी युवाओं की यह फौज पीलीभीत लोकसभा क्षेत्र के तहत आने वाले पांचों विधानसभा क्षेत्र का दौरा कर वरुण को पीलीभीत के सांसद यानी आमजन के नेता के तौर पर स्थापित करने में बेहद कामयाब होती नज़र आ रही है। वरुण गांधी पीलीभीत लोकसभा क्षेत्र की पांचों विधानसभाओं में अपनी पकड़ मजबूत करते दिखाई दे रहे हैं।

वरुण की बढ़ती लोकप्रियता का सबसे बड़ा कारण है बीते दिनों में किसानों मुद्दा हो या बेरोजगार युवा या छोटे व्यापारियों की समस्या या सरकार की नीतियां वरुण ने है मुद्दे पर बेबाक हो कर सरकार को घेरा है जिसके चलते बीजेपी में रहते हुए भी वरुण क्षेत्रीय लोगो के बीच अपना अलग मुकाम बना चुके हैं और लोगो के पसंदीदा नेता बन गए हैं।ऐसा माना जा रहा है कि अगर बीजेपी पीलीभीत से वरुण की जगह किसी और प्रत्याशी को चुनाव मैदान में लाती है तो इसका भाजपा को भारी खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।


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